एक औरत का पति काफी समय से कोमा में था। उसे कभी होश आता और कभी वो कोमा में चला जाता पर वो औरत हमेशा अपने पति के साथ ही रही। कभी भी उसे नहीं छोड़ा।
एक दिन आदमी को होश आया और उसने अपनी पत्नी को पास बुलाने का इशारा किया। पत्नी अपने पति के पास गयी।
पति ने भरी हुई आँखों से उसे कहा, "तुम्हें पता है न तुम हमेशा मेरे साथ रही हो। मेरे हर दुःख के समय तुम मेरे पास थी। जब मुझे नौकरी से निकाला गया तो उस समय तुम मेरे साथ थी। जब मेरा कारोबार डूब गया तब भी तुम साथ थी। जब हमारा घर नीलाम हुआ तब भी तुम साथ थी। फिर अब जब मेरा एक्सीडेंट हुआ और मेरी यह हालत हो गयी तब भी तुम मेरे साथ ही थी। अब बस मैं तुम्हें यही कहना चाहता हूँ कि अब तुम मुझे छोड़ कर चली जाओ, क्योंकि शायद तुम्हारे जाने से मेरा अच्छा समय आ जाये।"
एक दिन आदमी को होश आया और उसने अपनी पत्नी को पास बुलाने का इशारा किया। पत्नी अपने पति के पास गयी।
पति ने भरी हुई आँखों से उसे कहा, "तुम्हें पता है न तुम हमेशा मेरे साथ रही हो। मेरे हर दुःख के समय तुम मेरे पास थी। जब मुझे नौकरी से निकाला गया तो उस समय तुम मेरे साथ थी। जब मेरा कारोबार डूब गया तब भी तुम साथ थी। जब हमारा घर नीलाम हुआ तब भी तुम साथ थी। फिर अब जब मेरा एक्सीडेंट हुआ और मेरी यह हालत हो गयी तब भी तुम मेरे साथ ही थी। अब बस मैं तुम्हें यही कहना चाहता हूँ कि अब तुम मुझे छोड़ कर चली जाओ, क्योंकि शायद तुम्हारे जाने से मेरा अच्छा समय आ जाये।"
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